Monday, May 5, 2008

फ़िल्म ‘दीवार’ से:

विजय (अमिताभ बच्चन) मंदिर में शिव जी की मूर्ति से कुछ खरी-खोटी कहता है:
आज, खुश तो बहुत होगे तुम। देखो, जो आज तक तुम्हारें मंदिर की सीड़ियां नहीं चड़ा। जिसने आज तक तुम्हारे सामने सर नहीं झुकाया। जिसने आज तक कभी तुम्हारे सामने हाथ नहीं जोड़े। वो आज तुम्हारे सामने हाथ फ़ैलाए खड़ा है। बहुत खुश होगे तुम। बहुत खुश होगे कि आज मैं हार गया। लेकिन तुम जानते हो कि जिस वक्त मैं यहाँ खड़ा हूँ, वो औरत जिस के माथे से तुम्हारे चौखट का पत्थर घिस गया, वो औरत जिस पर ज़ुल्म बढ़े तो उसकी पूजा बढ़ी, वो औरत जो ज़िंदगी भर जलती रही लेकिन तुम्हारे मंदिर में दीप जलाती रही, वो औरत। वो औरत आज ज़िंदगी और मौत के सरहद पर खड़ी है। और ये तुम्हारी हार है। हाँ, ये तुम्हारी हार है। क्या कसूर है उसका। कौन सा पाप, कौन सा जुर्म किया है उसने? क्या उसका जुर्म ये है कि वो मेरी माँ है? क्या उसका जुर्म ये है कि उसने मुझे जन्म दिया? क्या उसका जुर्म ये है कि मैं उससे प्यार करता हूँ? ये किस जुर्म की सज़ा दी जा रही है उसे? हम घर से बेघर हो गए। मेरा बाप जीते जी मर गया। मेरी माँ सुहागन होते हुए विधवा बन गई। मैंने तुमसे कभी कुछ नहीं मांगा। लेकिन आज, आज मांगता हूँ। मेरी गुनाहों की सज़ा मेरी माँ को मत दो। मैं अपने आप को तुम्हारे हवाले करता हूँ – जो चाहे वो कर लो, लेकिन, लेकिन मेरी माँ मुझे वापस दे दो। मेरी माँ मुझे वापस दे दो। मेरी माँ मुझे वापस दे दो।

Video: http://www.youtube.com/watch?v=t1vP59WECYE&feature=related


संवाद-लेखक: सलीम-जावेद
सलीम – सलीम खान, आजकल सलमान खान के पिता और हेलन के पति के नाम से भी जाने जाते हैं।
जावेद – जावेद अख्तर, आजकल एक गीतकार के रुप में जाने जाते हैं। इनकी पहली पत्नी हैं – हनी ईरानी। दूसरी पत्नी हैं – शबाना आज़मी। पहली पत्नी की संतान है सफल निर्देशक, फ़रहान अख्तर। दूसरी पत्नी से कोई संतान नहीं है।

विजय की माँ – निरुपा राय ने यह किरदार निभाया था। जैसे एक ज़माने में शाह रुख खान राहुल के नाम से जाने जाते थे, वैसे ही निरुपा राय हीरो की माँ के नाम से जानी जाती थी।

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